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Toggleमेमोग्राफी क्या है: प्रक्रिया, और सही समय पर कराने के फायदे
मेमोग्राफी एक महत्वपूर्ण मेडिकल प्रक्रिया है जो महिलाओं के ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षणों का पता लगाने में मदद करती है। यह प्रक्रिया महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और समय पर की गई मेमोग्राफी गंभीर समस्याओं को रोकने में मदद कर सकती है। भोपाल में मेमोग्राफी के लिए कई अस्पताल हैं, लेकिन कैरियर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (CIMS) एक प्रमुख स्थान है जहाँ यह प्रक्रिया कुशलता और देखभाल के साथ की जाती है।
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मेमोग्राफी क्या है?
मेमोग्राफी एक विशेष प्रकार की एक्स-रे प्रक्रिया है जो ब्रेस्ट के अंदर की तस्वीरें लेने के लिए उपयोग की जाती है। यह ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने का एक महत्वपूर्ण साधन है, खासकर जब कोई लक्षण नहीं होते हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से डॉक्टर ब्रेस्ट के किसी भी असामान्य परिवर्तन या गांठ का पता लगा सकते हैं।
मेमोग्राफी के प्रकार
स्क्रीनिंग मेमोग्राफी
स्क्रीनिंग मेमोग्राफी को प्राथमिक जांच के रूप में उपयोग किया जाता है, खासकर उन महिलाओं के लिए जिन्हें ब्रेस्ट कैंसर का कोई लक्षण नहीं है। इसे नियमित रूप से, आमतौर पर हर एक या दो साल में किया जाता है।
डायग्नोस्टिक मेमोग्राफी
यदि किसी महिला में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे गांठ, दर्द, या अन्य असामान्यताएं, तो डायग्नोस्टिक मेमोग्राफी की जाती है। यह स्क्रीनिंग मेमोग्राफी की तुलना में अधिक विस्तृत होती है और इसका उद्देश्य संभावित समस्या का सटीक रूप से पता लगाना होता है।
मेमोग्राफी कब करानी चाहिए?
अमेरिकी कैंसर सोसायटी के अनुसार मेमोग्राफी कराने का सही समय उम्र और जोखिम कारकों पर निर्भर करता है।
- 40 साल की उम्र के बाद: महिलाओं को हर साल या हर दो साल में स्क्रीनिंग मेमोग्राफी कराने की सलाह दी जाती है।
- उच्च जोखिम वाली महिलाएं: जिन महिलाओं के परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास है, उन्हें डॉक्टर की सलाह पर पहले और अधिक नियमित रूप से मेमोग्राफी कराने की आवश्यकता हो सकती है।
स्क्रीनिंग मेमोग्राफी और डायग्नोस्टिक मेमोग्राफी में अंतर
स्क्रीनिंग मेमोग्राफी का मुख्य उद्देश्य कैंसर के किसी भी शुरुआती संकेत का पता लगाना है, जबकि डायग्नोस्टिक मेमोग्राफी का उपयोग तब किया जाता है जब ब्रेस्ट में कोई संदिग्ध बदलाव पाया जाता है। डायग्नोस्टिक मेमोग्राफी में अतिरिक्त छवियाँ और एक्स-रे एंगल का उपयोग किया जाता है ताकि डॉक्टर सटीक रूप से समस्या का निर्धारण कर सकें।
क्या मेमोग्राफी से कैंसर का पता लगाया जा सकता है?
हाँ, मेमोग्राफी ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने का एक प्रभावी तरीका है। प्रारंभिक अवस्था में ब्रेस्ट कैंसर का पता चलने से इलाज की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं और इससे जीवन बचाया जा सकता है। हालाँकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि मेमोग्राफी सभी मामलों में कैंसर का पता नहीं लगा सकती और कभी-कभी इसे अन्य परीक्षणों के साथ संयोजन में उपयोग करने की आवश्यकता हो सकती है।
मेमोग्राफी कैसे काम करती है?
मेमोग्राफी प्रक्रिया के दौरान, एक विशेष मशीन का उपयोग किया जाता है जो ब्रेस्ट के अंदर की तस्वीरें लेती है। ब्रेस्ट को धीरे से एक प्लेट के बीच रखा जाता है और फिर दूसरी प्लेट के साथ दबाया जाता है ताकि स्पष्ट तस्वीरें मिल सकें। यह दबाव केवल कुछ सेकंड के लिए होता है, और फिर एक्स-रे तस्वीर ली जाती है।
क्या मेमोग्राफी कराते समय दर्द होता है?
कुछ महिलाओं को मेमोग्राफी के दौरान थोड़ी असुविधा या दर्द महसूस हो सकता है, खासकर जब ब्रेस्ट को प्लेट्स के बीच दबाया जाता है। हालांकि, यह दर्द अस्थायी होता है और कुछ ही क्षणों में समाप्त हो जाता है। अगर आपको बहुत अधिक दर्द महसूस होता है, तो आप इसे तकनीशियन को बता सकते हैं, वे आपकी सुविधा के अनुसार प्रक्रिया को समायोजित करेंगे।
मेमोग्राफी के बाद के परिणाम
मेमोग्राफी के परिणाम आमतौर पर कुछ दिनों के भीतर मिल जाते हैं। परिणाम को समझने के लिए डॉक्टर की मदद ली जाती है। अगर कुछ असामान्य पाया जाता है, तो आगे की जांच या बायोप्सी की सलाह दी जा सकती है। अगर परिणाम सामान्य आते हैं, तो अगली स्क्रीनिंग मेमोग्राफी के लिए सलाह दी जाती है।
भोपाल में मेमोग्राफी के लिए सबसे अच्छा अस्पताल: CIMS
कैरियर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (CIMS) भोपाल में मेमोग्राफी के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहाँ प्रशिक्षित और अनुभवी डॉक्टर और तकनीशियन टीम है जो मेमोग्राफी प्रक्रिया को कुशलता और संवेदनशीलता के साथ करती है। CIMS में मेमोग्राफी के लिए नवीनतम मशीनें उपलब्ध हैं जो सटीक परिणाम प्रदान करती हैं और रोगियों को अधिकतम आराम देती हैं।
निष्कर्ष
मेमोग्राफी महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, विशेष रूप से ब्रेस्ट कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए। यह प्रक्रिया समय पर कराई जाए तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है। भोपाल में मेमोग्राफी के लिए कैरियर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (CIMS) एक प्रमुख विकल्प है, जहाँ गुणवत्ता सेवाएं और अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाता है।
सामान्य प्रश्न
प्रश्न1: मेमोग्राफी क्या है?
उत्तर : मेमोग्राफी एक एक्स-रे परीक्षण है जो ब्रेस्ट के अंदर की तस्वीरें लेकर कैंसर या अन्य असामान्यताओं का पता लगाने में मदद करता है।
प्रश्न2: कब मेमोग्राफी करानी चाहिए?
उत्तर : आमतौर पर 40 साल की उम्र के बाद महिलाओं को हर साल या हर दो साल में मेमोग्राफी कराने की सलाह दी जाती है।
प्रश्न3: भोपाल में मेमोग्राफी के लिए सबसे अच्छा अस्पताल कौन सा है?
उत्तर : भोपाल में मेमोग्राफी के लिए कैरियर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (CIMS) एक प्रमुख विकल्प है, जहाँ उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं।
प्रश्न4: मैमोग्राफी शरीर को नुकसान पहुंचाती है?
उत्तर : इस प्रक्रिया में बहुत कम मात्रा में रेडिएशन का इस्तेमाल किया जाता है, जो शरीर पर कम असर करता है।
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